एनएमसी ने अनिवार्य छात्रावास में रहने के खिलाफ चेतावनी दी, मेडिकल कॉलेजों में स्नातकोत्तर छात्रों के लिए गैर-जबरदस्ती लागू की।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने मेडिकल कॉलेजों को चेतावनी दी है कि स्नातकोत्तर छात्रों के लिए छात्रावास की सुविधा प्रदान करना अनिवार्य है, लेकिन उनके रहने के लिए बाध्य करना अनिवार्य नहीं है। एनएमसी को स्नातकोत्तर छात्रों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें मेडिकल कॉलेजों द्वारा कॉलेजों के छात्रावासों में रहने के लिए जबरदस्ती करने का आरोप लगाया गया है, जिसमें अक्सर अत्यधिक शुल्क भी लगाया जाता है। इन नियमों का उल्लंघन करने पर मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं, जिनमें आर्थिक दंड, सीटों में कटौती या यहां तक कि प्रवेश में रुकावट भी शामिल है।
February 09, 2024
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