एबॉट के अध्ययन से पता चला है कि टाइप 2 मधुमेह के रोगी जीएलपी-1 दवाओं और फ्रीस्टाइल लिब्रे तकनीक का एक साथ उपयोग करने से एचबीए1सी के स्तर में 2.4% की उल्लेखनीय कमी आती है।

एबॉट लैब के अध्ययन से पता चलता है कि जीएलपी-1 दवाओं और फ्रीस्टाइल लिब्रे तकनीक का एक साथ उपयोग करने से टाइप 2 मधुमेह रोगियों के एचबीए1सी स्तर में काफी सुधार हुआ है, जिससे अकेले जीएलपी-1 का उपयोग करने पर 1.7% की तुलना में 2.4% की कमी आई है। अध्ययन के निष्कर्ष मधुमेह के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों और उपचार पर 17वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किए गए। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में एबॉट का स्टॉक फिलहाल 0.63% ऊपर है।

March 06, 2024
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