चुनावी वर्षों के दौरान 137 अंतर्राष्ट्रीय तथ्य-जांच संगठनों को संसाधनों की कमी, उत्पीड़न और धमकियों का सामना करना पड़ता है।

विश्व भर में तथ्य-जांचकर्ताओं को प्रमुख चुनाव वर्षों के दौरान उत्पीड़न, धमकियों और वित्तीय खतरों का सामना करना पड़ता है। इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि 69 देशों में 137 संगठनों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं और वे हमले की चपेट में हैं, जिनमें सबसे बड़ी चुनौती परिचालन को जारी रखने के लिए धन जुटाना है। गलत सूचनाएं बड़े पैमाने पर फैल रही हैं, जिससे तथ्य-जांचकर्ताओं पर कार्यभार और दबाव बढ़ रहा है, क्योंकि चुनाव के दौरान झूठ का बोलबाला बढ़ जाता है।

April 07, 2024
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