लैंसेट रीजनल हेल्थ यूरोप ने आंतरिक वजन संबंधी कलंक को विभिन्न कारकों से जोड़ा है।

20-वर्षीय अध्ययन में पाया गया है कि किशोरावस्था में वजन कम करने के लिए परिवार या मीडिया के दबाव का सामना करने वाले लोग, महिलाएं, गैर-विषमलैंगिक व्यक्ति, तथा सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोग, वजन से जुड़े आंतरिक कलंक का सबसे अधिक जोखिम झेलते हैं। इस प्रकार के कलंक में लोग मोटापे से संबंधित नकारात्मक रूढ़िवादिता को स्वयं पर थोप लेते हैं, जिसके कारण उनका मानसिक स्वास्थ्य खराब हो सकता है, खानपान संबंधी विकार हो सकते हैं और चिकित्सा उपचार में देरी हो सकती है। द लैंसेट रीजनल हेल्थ यूरोप में प्रकाशित यह अध्ययन, इस मुद्दे की जांच के लिए ब्रिटेन के बड़े नमूने का उपयोग करने वाला पहला अध्ययन है।

April 16, 2024
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