जिनेवा में विश्व बौद्धिक संपदा संगठन के सदस्य पारंपरिक ज्ञान के पेटेंट से संबंधित लाभ-प्राप्ति हेतु जैव-चोरी को रोकने के लिए एक संधि पर सहमत हुए। World Intellectual Property Organisation members in Geneva agree on a treaty to prevent for-profit biopiracy involving patenting of traditional knowledge.
जिनेवा में विश्व बौद्धिक संपदा संगठन के सदस्य देशों द्वारा सहमत एक नई अंतर्राष्ट्रीय संधि का उद्देश्य पारंपरिक ज्ञान की लाभ-प्राप्ति हेतु "जैव-चोरी" को रोकना है। A new international treaty, agreed upon by member states of the World Intellectual Property Organisation in Geneva, aims to prevent for-profit "biopiracy" of traditional knowledge. इसमें कम्पनियां पारंपरिक ज्ञान से प्राप्त विचारों का पेटेंट कराती हैं। This involves companies patenting ideas derived from traditional knowledge. बौद्धिक संपदा, आनुवंशिक संसाधन और संबद्ध पारंपरिक ज्ञान पर संधि के तहत पेटेंट आवेदनों में पारंपरिक ज्ञान की किसी भी संलिप्तता का खुलासा करना आवश्यक होगा। The Treaty on Intellectual Property, Genetic Resources, and Associated Traditional Knowledge will require patent applications to disclose any involvement of traditional knowledge.