ब्रिटिश प्रौद्योगिकी दिग्गज माइक लिंच को 2011 में एचपी को 11 बिलियन डॉलर की ऑटोनॉमी बिक्री के धोखाधड़ी के आरोपों से बरी कर दिया गया।
ब्रिटिश प्रौद्योगिकी दिग्गज माइक लिंच को 2011 में अपनी ऑटोनॉमी सॉफ्टवेयर फर्म को हेवलेट-पैकार्ड (एचपी) को 11 बिलियन डॉलर में बेचने के मामले में अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोपों से बरी कर दिया गया है। जूरी ने उन्हें ऑटोनॉमी को एच.पी. को बेचते समय राजस्व में गलत वृद्धि करने का दोषी नहीं पाया। लिंच को दशकों तक जेल में रहना पड़ा, लेकिन फैसले ने उन्हें उन आरोपों से मुक्त कर दिया कि उन्होंने प्रौद्योगिकी उद्योग में सबसे बड़ी धोखाधड़ी में से एक का नेतृत्व किया था।
June 06, 2024
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