महामारी के दौरान आफ्टरपे, अफर्म और क्लार्ना जैसे किस्त ऋण प्रदाताओं की लोकप्रियता में वृद्धि देखी गई, जिससे उपभोक्ताओं की खर्च करने की आदतें प्रभावित हुईं।

'अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें' जैसी किस्त योजनाएं चेकआउट के समय तेजी से दिखाई दे रही हैं, क्योंकि महामारी के दौरान इन तरीकों को अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ी है। आफ्टरपे, अफर्म, सेज़ल, क्लार्ना और अमेरिकन एक्सप्रेस प्लैटिनम जैसी पेशकशों ने उपयोगकर्ताओं को खरीदारी को कई ब्याज मुक्त किश्तों में विभाजित करने की सुविधा दी है। अपनाने की दरों में कमी के बावजूद, उपभोक्ता व्यय पर किस्त ऋण का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, तथा ऋण का 'बीएनपीएल-करण' अधिक आम होता जा रहा है।

June 09, 2024
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