शोधकर्ताओं ने रीपटेक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके प्रतिरक्षा विकारों से जुड़ी दुर्लभ सहायक टी कोशिकाओं की पहचान की है।

रिकेन, क्योटो विश्वविद्यालय और आईएफओएम ईटीएस के शोधकर्ताओं ने मल्टीपल स्क्लेरोसिस, रुमेटॉइड गठिया और अस्थमा जैसे प्रतिरक्षा विकारों से जुड़ी दुर्लभ सहायक टी कोशिकाओं की खोज की है। उनकी नई तकनीक, रीपटेक, ने विशिष्ट प्रतिरक्षा विकारों से जुड़े दुर्लभ टी कोशिका उपप्रकारों में आनुवंशिक प्रवर्धकों की पहचान की। ये निष्कर्ष प्रतिरक्षा-मध्यस्थ रोगों के आनुवंशिक तंत्र और नई औषधि उपचारों को बेहतर ढंग से समझने में सहायक हो सकते हैं।

July 04, 2024
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