2021 के सुप्रीम कोर्ट के कार्यकाल में रूढ़िवादी फैसले और नैतिकता संबंधी विवाद सामने आए, जिससे निष्पक्षता संबंधी चिंताएं बढ़ गईं।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के कार्यकाल में रूढ़िवादी फैसलों और नैतिकता संबंधी विवादों का मिश्रण देखने को मिला, जिससे न्यायालय की निष्पक्षता और तटस्थता पर संदेह पैदा हो गया। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि ये चिंताएं एक-दूसरे को बल देती हैं, तथा आलोचक सवाल उठाते हैं कि क्या न्यायालय कानून का निष्पक्ष व्याख्याकार हो सकता है। यह संभावित वैधता समस्या, उस पारंपरिक धारणा में गिरावट के कारण उत्पन्न हो सकती है जिसके अनुसार जनता न्यायालय के निर्णयों को स्वीकार कर लेती है, भले ही वे परिणामों से सहमत हों या नहीं।
July 06, 2024
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