केन्या की 63% कृषि योग्य भूमि रासायनिक उर्वरकों के कारण अम्लीय हो गयी है, जिससे मक्का और चाय उत्पादन पर असर पड़ रहा है।
केन्या की 63% कृषि योग्य भूमि अब रासायनिक उर्वरकों के कारण अम्लीय हो गयी है, जिससे मक्का और चाय जैसी प्रमुख फसलों के उत्पादन में गिरावट आ रही है। उर्वरकों के प्रयोग के परिणामस्वरूप मृदा क्षरण हुआ है, पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्धता कम हो गई है तथा मृदा क्षरण के प्रति अधिक संवेदनशील हो गई है। अफ्रीका खाद्यान्न आयात पर प्रतिवर्ष लगभग 60 बिलियन डॉलर खर्च करता है, जिसके 2025 तक 110 बिलियन डॉलर तक बढ़ जाने की उम्मीद है, तथा विशेषज्ञों का सुझाव है कि रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता टिकाऊ नहीं है। हाल ही में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में कृषि मंत्रियों ने बेजान मिट्टी को पुनर्जीवित करने के लिए पारंपरिक कृषि पद्धतियों की ओर लौटने का आह्वान किया।