वर्ष 2022 में भारत में 38,000 डूबने से होने वाली मौतों को रोका जा सकता था; संयुक्त राष्ट्र ने संकट से निपटने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए।
वर्ष 2022 में भारत में 38,000 रोके जाने योग्य डूबने से होने वाली मौतें हुईं, जो सभी मौतों का 9% है। संयुक्त राष्ट्र ने इस संकट से निपटने के लिए पांच दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें पानी तक पहुंच के लिए बाधाओं, सुरक्षित क्षेत्रों, तैराकी/पानी सुरक्षा कौशल, बचाव तकनीकों और सुरक्षित नौकायन/बाढ़ जोखिम प्रबंधन पर जोर दिया गया है। इन उपायों का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और विशेष रूप से 1 से 24 वर्ष की आयु के युवाओं के बीच आकस्मिक डूबने को रोकना है।
August 02, 2024
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