अपोलो मिशन के 10 नमूने बताते हैं कि चंद्रमा के एक्सोस्फीयर का 70% उल्कापिंडों के प्रभाव से उत्पन्न होता है।
साइंस एडवांस में नए अध्ययन से इस बात का प्रमाण मिलता है कि उल्कापिंडों के प्रभाव से चंद्रमा का कम से कम 70% पतला वातावरण बनता है, जिसे एक्सोस्फीयर के रूप में जाना जाता है। वायुमंडल में हीलियम, आर्गन, नियॉन, अमोनिया, मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड, और सोडियम, पोटेशियम और रूबिडियम होते हैं। शोधकर्ताओं ने पोटेशियम और रूबिडियम पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपोलो मिशनों के 10 नमूनों का विश्लेषण किया, जो तत्व आसानी से वाष्पित होते हैं। निष्कर्ष बताते हैं कि चट्टानों के टकराव से वाष्पीकरण परमाणुओं को ऊपर भेजने के लिए मुख्य प्रक्रिया है, चंद्रमा के वायुमंडल को फिर से भरना। यह खोज चाँद के वायुमंडल के उद्गम पर नया प्रकाश डालता है और इसके लगातार विकास पर आधारित है ।
August 02, 2024
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