2022-23 सीएजी रिपोर्ट से पता चलता है कि तेलंगाना सिंचाई परियोजना की लागत में देरी के कारण दोगुना होकर 2 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जिससे 102% की वृद्धि हुई है।
वर्ष 2022-23 के लिए नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट से पता चलता है कि तेलंगाना में 1983 और 2018 के बीच शुरू की गई 20 सिंचाई परियोजनाओं की लागत में देरी के कारण मार्च 2023 तक 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत दोगुनी होकर 2 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इन परियोजनाओं की मूल लागत 1,02,388 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,06,977 करोड़ रुपये हो गई, जिससे 102% की वृद्धि हुई। इन परियोजनाओं के अधूरे रहने से तेलंगाना को अपेक्षित आर्थिक विकास के लाभों को प्राप्त करने से रोकता है और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में निवेश पर कोई निश्चित रिटर्न नहीं मिलता है।
August 03, 2024
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