बसपा नेता मायावती ने आरक्षण लाभ और सामाजिक असमानताओं के नुकसान की आशंका जताते हुए अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को उप-वर्गीकृत करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले से असहमत हैं, जो अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के भीतर उप-वर्गीकरण की अनुमति देता है। मायावती ने इस फैसले की आलोचना की क्योंकि इससे आरक्षण के लाभों पर असर पड़ सकता है और सामाजिक असमानता पैदा हो सकती है। उन्होंने एससी/एसटी समुदायों के लिए चल रही सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को दूर करने में आरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आह्वान किया।
August 04, 2024
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