पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने 2.2 मिलियन लंबित मामलों को संबोधित करने के लिए जुर्माना और तकनीकी समाधान का प्रस्ताव दिया है।

पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय 2.2 मिलियन लंबित मामलों के बैकलॉग को संबोधित करता है, जो आंशिक रूप से तुच्छ, कष्टप्रद और सट्टा कानून के कारण है। न्यायमूर्ति सैयद मंसूर अली शाह ने अदालत का समय बर्बाद करने वाले मुकदमों पर जुर्माना लगाने और ई-कोर्ट और एआई-आधारित टूल जैसे तकनीकी-सहायता वाले समाधानों के साथ सख्त दंड को जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। यह लक्ष्य न्याय व्यवस्था में सार्वजनिक विश्‍वास को पुनःस्थापित करने और झगड़ों को और अधिक कुशलता से सुलझाने के द्वारा आर्थिक जलवायु को सुधारने का लक्ष्य रखता है ।

August 05, 2024
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