वैज्ञानिकों ने IFNγ के साथ चूहों में मादा iPSC उत्पादन में तेजी लाई, जो संभावित रूप से XX व्यक्तियों के लिए रोग मॉडलिंग में सुधार कर रहा है।
जीनोमिक रेगुलेशन के लिए केंद्र के वैज्ञानिकों ने पाया है कि माउस तंत्रिका पूर्ववर्ती कोशिकाओं में इंटरफेरॉन गामा (आईएफएनγ) को जोड़ने से मादा प्रेरित प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल (आईपीएससी) के उत्पादन में एक दिन की गति आ सकती है। इससे दो एक्स गुणसूत्र वाले व्यक्तियों के लिए रोग मॉडलिंग और दवा परीक्षण में सुधार हो सकता है, जिसमें महिलाएं, ट्रांसजेंडर पुरुष और क्लाईनफेल्डर सिंड्रोम वाले पुरुष शामिल हैं। यह खोज यह भी बताती है कि आईएफएनγ एक्स-क्रोमोसोम के पुनः सक्रियण को अधिक कुशल बनाता है, जो महिलाओं के लिए व्यक्तिगत चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान दे सकता है।
8 महीने पहले
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