पोप फ्रांसिस सुननेवालों से आग्रह करता है कि वे परमेश्‍वर की आवाज़ सुनें, विश्‍वास में अविश्‍वास के प्रभावों से दूर रहें, और संघर्षी क्षेत्रों में विमान दुर्घटना के शिकारों और शांति के लिए प्रार्थना करें ।

पोप फ्रांसिस ने अपने स्वर्गदूतीयुस के भाषण में 11 अगस्त को सुननेवालों से आग्रह किया कि वे सचमुच परमेश्‍वर की आवाज़ सुनें, न कि अपने विचारों की पुष्टि करें । उसने पहले से यह चेतावनी दी थी कि सच्ची प्रार्थना मन और हृदय को प्रेरित करती है । पोप ने ब्राजील में एक विमान दुर्घटना के पीड़ितों के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया और नागासाकी और हिरोशिमा पर परमाणु बमबारी की 79वीं वर्षगांठ मनाई, संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में शांति की प्रार्थना की।

August 11, 2024
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