1984 के अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने यूथ सभा 2047 में अंतरिक्ष में जीवित रहने और चंद्रमा पर उपनिवेश बनाने की चुनौतियों पर चर्चा की।

भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने "युवा सभा 2047: भारत के भविष्य को आकार देना" कार्यक्रम में अपने अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव पर चर्चा की। शर्मा ने 1984 में अपनी अंतरिक्ष यात्रा की 40वीं वर्षगांठ मनाते हुए इस बात पर जोर दिया कि मानव ने अंतरिक्ष में जीवित रहना सीख लिया है और भविष्य में चंद्र उपनिवेश के प्रयासों के लिए चंद्र वातावरण के अनुकूल होने की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब अंतरिक्ष यात्रा बढ़ती है, तो अनेक तकनीकी बाधाओं को पार करना बाक़ी है ।

August 13, 2024
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