वीपी धनखड़ आर्थिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देते हैं, आयात के बजाय स्थानीय उत्पादन और रोजगार सृजन की वकालत करते हैं।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आर्थिक राष्ट्रवाद का आह्वान करते हुए भारतीय उद्योग, व्यापार और वाणिज्य क्षेत्रों से आग्रह किया कि वे आयात से बचने के बजाय स्थानीय उत्पादन को प्राथमिकता दें। उनका मानना है कि इससे विदेशी मुद्रा का संरक्षण होगा, स्थानीय श्रमिकों के लिए रोजगार सृजित होगा और घरेलू उद्यमिता को समर्थन मिलेगा। धनखड़ ने संसाधनों के जिम्मेदार उपयोग और राष्ट्र के कल्याण के लिए सामूहिक प्रयास के महत्व पर भी जोर दिया।

7 महीने पहले
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