भारत में मानसून की बारिश सितंबर के अंत तक जारी रह सकती है, जिससे गर्मियों की फसलों को नुकसान हो सकता है और खाद्य महंगाई की चिंताएं पैदा हो सकती हैं।
भारत की मानसून बारिश सितंबर के अंत तक बढ़ सकती है क्योंकि कम दबाव वाली प्रणाली विकसित हो रही है, जो चावल, कपास और सोयाबीन जैसी गर्मियों की फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे खाद्य मुद्रास्फीति की चिंताएं पैदा हो सकती हैं। हालांकि, मिट्टी की नमी में वृद्धि से गेहूं और चिकन बीन्स जैसी सर्दियों की फसलों को लाभ हो सकता है। जल्दी कटाई होने वाली फसलों पर इसका गंभीर प्रभाव बारिश की तीव्रता और अवधि पर निर्भर करेगा।
7 महीने पहले
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