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जेनसोल-मैट्रिक्स कंसोर्टियम ने भारत की पहली बायोमास से ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना के लिए 164 करोड़ रुपये का अनुबंध हासिल किया।
गेन्सॉल इंजीनियरिंग और मैट्रिक्स गैस एवं नवीकरणीय ऊर्जा समूह ने भारत की पहली बायोमास से ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना विकसित करने के लिए 164 करोड़ रुपये का अनुबंध हासिल किया है।
इस पहल के तहत प्रतिदिन 25 टन जैव अपशिष्ट को 1 टन हाइड्रोजन में परिवर्तित किया जाएगा, जिससे राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को समर्थन मिलेगा।
18 महीनों में पूरा होने के लिए निर्धारित परियोजना में वेस्टिंगहाउस के साथ सहयोग शामिल है, उनकी पेटेंट प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना।
घोषणा के बाद गेन्सॉल के शेयरों में 3.19% की वृद्धि हुई।
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