ओटागो विश्वविद्यालय के अध्ययन में पाया गया है कि बिस्तर पर स्क्रीन का उपयोग किशोरों की नींद को बाधित करता है।
ओटागो विश्वविद्यालय के एक अध्ययन से पता चलता है कि बिस्तर पर स्क्रीन का उपयोग किशोरों के बीच नींद को काफी बाधित करता है, जबकि बिस्तर से पहले स्क्रीन का समय न्यूनतम प्रभाव पड़ता है। शोधकर्ताओं ने शरीर कैमरे और नींद मॉनिटर का उपयोग कर 11 से 14 वर्ष की आयु के 85 प्रतिभागियों का निरीक्षण किया। निष्कर्षों से पता चलता है कि बिस्तर पर स्क्रीन का उपयोग करने से नींद की शुरुआत में लगभग 30 मिनट की देरी होती है और नींद की कुल अवधि कम हो जाती है। अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि स्वस्थ नींद की आदतों को बढ़ावा देने के लिए बेडरूम से उपकरणों को दूर रखा जाए।
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