अमेरिका-चीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी समझौता (एसटीए) समाप्त हो गया, जिससे वैज्ञानिक सहयोग और वैश्विक नवाचार के लिए चिंताएं पैदा हुईं।

अमेरिका-चीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी समझौता (एसटीए), जो 1979 से लागू था, नवीनीकृत करने में विफल रहने के बाद 27 अगस्त को समाप्त हो गया। विशेषज्ञ इस बात पर ध्यान देते हैं कि यह देश के बीच बढ़ते तनाव और अविश्‍वास के बीच वैज्ञानिक सहयोग को रोक देगा । एसटीए ने महत्वपूर्ण संयुक्त अनुसंधान और ज्ञान साझा करने की सुविधा प्रदान की, और इसकी समाप्ति वैश्विक नवाचार को बाधित कर सकती है। वैज्ञानिक समुदाय में प्रगति के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बनाए रखना अत्यावश्‍यक समझा जाता है ।

6 महीने पहले
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