लेनवाटिनिब, पेम्ब्रॉलिज़ुमाब और टीएसीई के संयोजन से मध्यवर्ती चरण के एचसीसी रोगियों में पीएफएस में उल्लेखनीय सुधार हुआ, लेकिन गंभीर दुष्प्रभावों की दर अधिक थी।

चरण 3 अध्ययन, LEAP- 012 में पाया गया कि लेनवाटिनिब और पेम्ब्रोलिज़ुमाब के संयोजन के साथ ट्रांस-आर्टेरियल केमोएम्बोलाइज़ेशन (TACE) ने मध्यवर्ती चरण के हेपेटोसेल्युलर कार्सिनोमा (HCC) वाले रोगियों में प्रगति-मुक्त अस्तित्व (PFS) में महत्वपूर्ण सुधार किया। पीएफएस का मध्यवर्ती अवधि 14.6 महीने थी जबकि अकेले टीएसीई के लिए 10 महीने थी। इस अध्ययन से 71 प्रतिशत मरीज़ों पर बुरा असर हुआ ।

September 14, 2024
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