भारत ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए किफायती पर जोर देते हुए संयुक्त राष्ट्र के "भविष्य के शिखर सम्मेलन" में स्थायी जीवन में वैश्विक बदलाव का आग्रह किया।

संयुक्त राष्ट्र के "भविष्य के शिखर सम्मेलन" में भारत ने जलवायु परिवर्तन से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए किफायती समाधानों पर जोर देते हुए, स्थायी जीवन शैली में वैश्विक बदलाव का आह्वान किया। भारत के पर्यावरण मंत्रालय की लीला नंदन ने कहा कि सतत प्रथाओं को अपनाने से 2030 तक वैश्विक उत्सर्जन में 2 अरब टन की वार्षिक कटौती हो सकती है। भारत की पहल में दस लाख से अधिक स्कूलों में इको क्लब और "प्लान्ट फॉर मदर" अभियान शामिल हैं, जिसमें 750 मिलियन पौधे लगाए गए हैं।

6 महीने पहले
13 लेख

आगे पढ़ें