तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि का दावा है कि धर्मनिरपेक्षता, एक "यूरोपीय अवधारणा", भारत के लिए अनावश्यक है, जिससे विवाद पैदा हो गया है।

तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि धर्मनिरपेक्षता एक "यूरोपीय अवधारणा" है और भारत के लिए अनावश्यक है। कन्याकुमारी में बोलते हुए उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की गलत व्याख्या की आलोचना की और 'धर्म' का पालन करने का आह्वान किया। उनके बयानों ने विपक्षी नेताओं की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जो तर्क देते हैं कि धर्मनिरपेक्षता भारत के संविधान का अभिन्न अंग है और देश के विविध धर्मों के सम्मान के लिए आवश्यक है।

September 23, 2024
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