उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत में संगठित धार्मिक रूपांतरणों पर अलार्म उठाया है, जो कमजोर समूहों को लक्षित करते हैं और राष्ट्रीय मूल्यों को खतरे में डालते हैं।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत में संगठित धार्मिक रूपांतरणों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्हें राष्ट्रीय मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों के विपरीत बताया। उसने उन कमज़ोर समूहों को विशिष्ट किया, जिनमें जनजातीय समुदाय भी शामिल हैं, धोखा खाने के लिए प्रवृत्त हैं । धनखड़ ने इन खतरों का मुकाबला करने के लिए सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का आह्वान करते हुए संविधान में प्रतिबिंबित सनातन धर्म के सार और भारतीय समाज में सेवा की स्थायी भावना को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।

September 26, 2024
9 लेख