ग्लोबल हिंदी एक्सीलेंस समिट में, नील पारेख ने वैश्विक व्यापार में हिंदी की बढ़ती प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला क्योंकि भारत की आर्थिक भूमिका बढ़ती है।
सिंगापुर में वैश्विक हिंदी उत्कृष्टता शिखर सम्मेलन में सिंगापुर भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के अध्यक्ष नील पारेख ने वैश्विक व्यापार के लिए हिंदी के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। भारत में 57.2 करोड़ और दुनिया भर में 50 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली हिंदी नए बाजारों को खोल सकती है, खासकर जब एआई और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण जैसी उन्नत तकनीकों के साथ एकीकृत हो। परले का दावा है कि भारत की विश्वव्यापी आर्थिक भूमिका बढ़ती है, तो भी संचार और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने में हिन्दी की अहमियत होगी ।
September 30, 2024
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