केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मराठी, पाली, प्रकृत, असमिया और बंगाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान किया।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान किया है, जो 60 वर्षों के अभियान के बाद महाराष्ट्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस मान्यता में पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली भाषाएं भी शामिल हैं, जिससे मराठी भाषा के लिए धनराशि बढ़ेगी, अनुसंधान केंद्र स्थापित होंगे और संरक्षण पहलों का समर्थन किया जाएगा। महाराष्ट्र के राजनीतिक नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनावों के साथ ही मराठी की सांस्कृतिक विरासत को मान्यता देने के लिए आभार व्यक्त किया है।
October 03, 2024
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