2016 में बिहार रेलवे ट्रैक पर आईईडी लगाने के लिए 5-12 साल की सजा पाए गए 6 व्यक्तियों को स्थानीय लोगों द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया।
पटना में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक विशेष अदालत ने 2016 में बिहार में एक रेलवे ट्रैक पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाने में उनकी भूमिका के लिए छह व्यक्तियों को 5 से 12 साल की जेल की सजा सुनाई। विस्फोट से पहले स्थानीय लोगों द्वारा उपकरण को निष्क्रिय कर दिया गया था। एनआईए ने जनवरी 2017 में जांच की जिम्मेदारी ली थी और उसी वर्ष जुलाई में आरोपपत्र दायर किया था। अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया, साथ ही भुगतान न करने पर और अधिक कारावास की सजा भी दी गई।
October 05, 2024
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