उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत के लिए अस्तित्विक खतरे के रूप में जनसांख्यिकीय विकार की चेतावनी दी।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत में "जनसांख्यिकीय अव्यवस्था" के खतरे पर अलार्म उठाया है, इसके संभावित परिणामों को परमाणु बम के समान बताया है। जयपुर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि रणनीतिक जनसांख्यिकीय बदलाव क्षेत्रों को राजनीतिक गढ़ों में बदलकर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं। धनखड़ ने विविधता के बीच एकता को संरक्षित करने के लिए एक राष्ट्रवादी दृष्टिकोण का आह्वान किया और चेतावनी दी कि इन मुद्दों को संबोधित करने में विफलता राष्ट्र के लिए अस्तित्वगत खतरा पैदा कर सकती है।
October 15, 2024
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