कर्नाटक में 98 व्यक्तियों को 2014 में दलितों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा के लिए आजीवन कारावास की सजा दी गई।

कर्नाटक की एक अदालत ने मारुकुंबि गांव में 2014 में दलितों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा की घटना में शामिल होने के लिए 98 व्यक्तियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एक छोटी - सी बहस के कारण हिंसा फूट पड़ी, जिससे घरों के विनाश की ओर बढ़ गयी । यह मामला एक ऐतिहासिक निर्णय है क्योंकि कर्नाटक में यह पहला मामला है, जहां इतनी बड़ी संख्या में प्रतिवादियों को अत्याचार के मामले में दोषी ठहराया गया है। दलित समुदाय के तीन अन्य लोगों को कम सजा मिली।

October 24, 2024
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