राष्ट्रमंडल राष्ट्रों ने समुद्री सीमाओं के प्रतिधारण और महासागर संरक्षण लक्ष्यों का समर्थन करते हुए पहला महासागर घोषणा पत्र अपनाया।
सामोआ में एक शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रमंडल देशों ने अपनी पहली महासागर घोषणा को अपनाया है, जिसमें पुष्टि की गई है कि तुवालु जैसे डूबते हुए द्वीप राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले जलमग्नता के बावजूद अपनी समुद्री सीमाओं को बनाए रख सकते हैं। इस निर्णय से मछली पकड़ने के साधनों को आर्थिक पहुँच का समर्थन होता है । घोषणा में महासागर प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन को भी संबोधित किया गया है, जिसका उद्देश्य 2030 तक 30% महासागरों की रक्षा करना और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र को बहाल करना है। शिखर - सम्मेलन में उन मुद्दों पर भी चर्चा की गयी जिनमें गुलामी फिर से शुरू हुई थी ।
October 25, 2024
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