तीसरी तिमाही में वैश्विक सोने की मांग पहली बार 100 अरब डॉलर से अधिक हो गई, जो निवेशकों की बढ़ती रुचि का संकेत है।
तीसरी तिमाही में, सोने की वैश्विक मांग पहली बार 100 अरब डॉलर से अधिक हो गई, जो कीमती धातु में रुचि और निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि का संकेत है। इस खास बात से पता चलता है कि पैसों के बाज़ार में सोने की बढ़ती अहमियत और आर्थिक मुश्किलों के दौरान इसकी अपील बढ़ती जा रही है ।
5 महीने पहले
22 लेख