जमाअत उलेमा-ए-हिंद ने वक़्फ़ (संशोधन) विधेयक का विरोध किया है, और नेताओं से मुसलमानों के हितों की रक्षा करने की अपील की है.
भारत में एक महत्वपूर्ण मुसलमान संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने वक़्फ़ (संशोधन) विधेयक का विरोध तेज़ कर दिया है, और नेताओं चंद्रबाबू नायडू (टीडीपी) और नीतीश कुमार (जेडीयू) से मुसलमानों के समुदाय की चिंताओं को ध्यान में रखने की अपील की है. वे चेतावनी दी कि अगर बिल पारित हो जाता है तो इसके परिणाम होंगे, यह ध्यान देते हुए कि यहां तक कि असहमत समर्थकों को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा. इस संगठन ने अपने विचार व्यक्त करने और वक़फ़ बोर्ड पर फैसले लेने के लिए केवल मुसलमानों को ही राय देने की मांग की है.
5 महीने पहले
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