आईसीजे ने अर्मेनिया और अजरबैजान के नागोर्नो-करबाख पर दावों पर विचार किया, जिसमें जातीय सफाई के आरोप भी शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) अर्मेनिया और अजरबैजान द्वारा विवादित नागोर्नो-करबाख क्षेत्र पर दायर प्रतिद्वंद्वी मामलों पर विचार करेगा, जिसमें जातीय सफाई और नस्लीय भेदभाव के दावों को संबोधित किया जाएगा। दोनों देश एक अंतर्राष्ट्रीय विभेदकारी समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हैं। आईसीजे ने माइंस-लेइंग पेशियों से जुड़े दावे को छोड़ने की अर्मेनिया की कोशिश को खारिज कर दिया। मामलों पर अंतिम फैसला वर्षों तक लिया जा सकता है।
November 12, 2024
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