एक अध्ययन ने पाया कि उच्च वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से त्वचा में एलर्जी विकसित होने का खतरा दोगुना हो जाता है।
एक हाल ही में हुए अध्ययन से पता चलता है कि वायु प्रदूषण, विशेष रूप से फाइबर पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5), के संपर्क में आने से एलर्जी विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च, जो 286,000 अमेरिकी वयस्कों पर किया गया था, ने सुझाव दिया कि उच्च PM2.5 के स्तर वाले क्षेत्रों में रहने से एलर्जी के जोखिम में दोगुना वृद्धि होती है, संभवतः इसके प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव के कारण। विशेषज्ञों का सुझाव है कि प्रदूषण के संपर्क में आने से एलर्जी के खतरे को कम किया जा सकता है।
4 महीने पहले
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