पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय संवैधानिक परिवर्तनों के बावजूद स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने की अपनी शक्ति पर जोर देता है।

न्यायमूर्ति अमीनुद्दीन खान के नेतृत्व में पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय की संवैधानिक पीठ 26वें संवैधानिक संशोधन में बदलाव के बावजूद स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने की अपनी शक्ति की पुष्टि कर रही है। अदालत अघोषित विदेशी बैंक खातों, लूटे गए धन की वसूली और आतंकवाद सहित कई मामलों को देख रही है। पीठ ने स्पष्ट किया है कि संशोधन ने प्रक्रिया को बदल दिया है, लेकिन अदालत ने स्वतः संज्ञान कार्रवाई शुरू करने का अधिकार बरकरार रखा है, जिसकी सुनवाई अब संवैधानिक पीठ द्वारा की जाती है।

November 15, 2024
9 लेख