अध्ययन से पता चलता है कि दिल की विफलता के रोगियों में वायु प्रदूषण के संपर्क में आने पर सूजन बढ़ जाती है।
इंटरमाउंटेन हेल्थ के एक नए अध्ययन से पता चलता है कि दिल की विफलता के रोगी वायु प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, जो खराब वायु गुणवत्ता के संपर्क में आने पर उनके रक्त परीक्षणों में उच्च सूजन मार्कर दिखाते हैं। बिना हृदय रोग के रोगियों में ये चिन्हक नहीं बदले। इससे पता चलता है कि दिल की विफलता के रोगियों को उच्च वायु प्रदूषण के दिनों के दौरान घर के अंदर व्यायाम करने जैसी अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।
November 16, 2024
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