भारतीय एयरलाइनों को उच्च लागत के कारण अनुमानित नुकसान का सामना करना पड़ता है, फिर भी घरेलू हवाई यात्रा में 7-10% की वृद्धि होने का अनुमान है।
भारतीय घरेलू विमानन कंपनियों को उच्च लागत और कमजोर रुपये के कारण आगामी वित्तीय वर्षों में ₹1,000 करोड़ के शुद्ध नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसके बावजूद, घरेलू हवाई यातायात में 7-10% की वृद्धि होने का अनुमान है, जो 164-170 मिलियन यात्रियों तक पहुंच जाएगा, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय यातायात में भी 15-20% की वृद्धि होगी। विमानन क्षेत्र एक स्थिर दृष्टिकोण बनाए रखता है, जिससे बेहतर मूल्य निर्धारण शक्ति और बढ़ी हुई कनेक्टिविटी से लाभ होता है।
3 महीने पहले
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