जर्मन कंपनी टीकेएमएस की नजर नौसेना अनुबंध के लिए प्रतिस्पर्धा करते हुए भारत में सस्ती पनडुब्बी उत्पादन पर है।
जर्मनी की थाइसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स (टीकेएमएस) भारत में कम लागत पर पनडुब्बियों और युद्धपोतों के निर्माण की क्षमता देखती है, जिसका उद्देश्य देश के प्रतिस्पर्धी श्रम बाजार और नौसेना की बढ़ती रक्षा मांग का लाभ उठाना है। टीकेएमएस भारतीय नौसेना के लिए छह पनडुब्बियों के निर्माण के अनुबंध के लिए एल एंड टी-नवंतिया के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा है, जिसमें एक संयुक्त निर्माण केंद्र का प्रस्ताव है जो अन्य नौसेना संपत्तियों का भी उत्पादन कर सकता है। कंपनी का मानना है कि यह सहयोग लागत को काफी कम कर सकता है और भारत को एक वैश्विक नौसेना विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
3 महीने पहले
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