भारत के पी2पी ऋण क्षेत्र में एन. पी. ए. दोगुने से अधिक है, जिससे आर. बी. आई. के सख्त नियम लागू होते हैं।

कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पीयर-टू-पीयर (पी2पी) ऋण क्षेत्र में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) वित्त वर्ष 24 के अंत तक दोगुनी से अधिक बढ़कर 1,163 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष के 472.1 करोड़ रुपये से अधिक थी। अब पी2पी संस्थाओं द्वारा दिए गए कुल ऋण में एनपीए की हिस्सेदारी लगभग 17 प्रतिशत है। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस क्षेत्र में चिंताओं को दूर करने के लिए पारदर्शिता बढ़ाने और एक दिवसीय निपटान नियमों सहित सख्त नियम पेश किए हैं, हालांकि ये उपाय विकास को प्रभावित कर सकते हैं।

3 महीने पहले
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