आरएसएस प्रमुख ने भारत में सद्भाव का आह्वान किया, मंदिर-मस्जिद विवादों को हवा देने वालों की आलोचना की।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भारत में सद्भाव और समावेशिता के लिए आग्रह किया, इस बात पर जोर दिया कि राम मंदिर का निर्माण किसी को हिंदू नेता नहीं बनाता है। भागवत ने प्रमुखता हासिल करने के लिए मंदिर-मस्जिद विवादों को भड़काने वालों की आलोचना की और शांति एवं संविधान का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने विभाजनकारी मुद्दों पर नैतिक प्रगति और एकता को बढ़ावा देकर संभावित 'विश्वगुरु' के रूप में भारत की भूमिका को रेखांकित किया।
3 महीने पहले
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