एक भारतीय अदालत ने एम3एम इंडिया के खिलाफ मामलों को खारिज करते हुए फैसला सुनाया कि वे वाणिज्यिक थे, न कि आपराधिक, मुद्दे।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने रियल एस्टेट फर्म एम3एम इंडिया के खिलाफ कानूनी मामलों को खारिज करते हुए फैसला सुनाया कि आरोप आपराधिक मामलों के बजाय वाणिज्यिक विवाद थे। अदालत को आपराधिक इरादे का कोई सबूत नहीं मिला और शिकायत दर्ज करने में देरी की आलोचना की। यह निर्णय एम3एम इंडिया की प्रतिष्ठा की रक्षा करता है और इसे अपने व्यावसायिक संचालन को जारी रखने की अनुमति देता है। कंपनी ने नैतिक प्रथाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए इस फैसले की प्रशंसा की।

4 महीने पहले
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