अध्ययन में पाया गया है कि तेजी से चलने की गति मधुमेह के कम जोखिम से जुड़ी है।

जापान के दोशीशा विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन से पता चलता है कि जो लोग सोचते हैं कि वे अपनी उम्र और लिंग के अन्य लोगों की तुलना में तेजी से चलते हैं, उनमें मधुमेह और अन्य चयापचय स्थितियों का खतरा कम होता है। मोटापे या उच्च कमर परिधि वाले लगभग 25,000 प्रतिभागियों को शामिल करते हुए किए गए शोध में पाया गया कि जो लोग खुद को "तेज चलने वाले" मानते हैं, उनमें मधुमेह का खतरा काफी कम हो गया है। साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित अध्ययन, तेज चलने की गति के संभावित स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डालता है।

3 महीने पहले
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