भारत का अंतरिक्ष उद्योग सरकारी सुधारों, निजी निवेशों और नए स्पेसपोर्ट लॉन्च के साथ बढ़ता है।
2024 में, भारत के अंतरिक्ष उद्योग ने सरकारी सुधारों और निजी भागीदारी के कारण महत्वपूर्ण विकास देखा, जिसमें एक उदार विदेशी प्रत्यक्ष निवेश नीति और 1,000 करोड़ रुपये का उद्यम पूंजीवादी कोष शामिल है। प्रमुख विकासों में एक दूसरे अंतरिक्ष बंदरगाह का प्रक्षेपण और पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों के निर्माण की पहल शामिल थी। यह क्षेत्र 2025 में और अधिक विकास के लिए तैयार है, जिसमें निजी कंपनियां अंतरिक्ष अन्वेषण और उपग्रह सेवाओं में बड़ी भूमिका निभा रही हैं।
3 महीने पहले
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