वी. पी. धनखड़ मंदिरों में वी. आई. पी. व्यवहार की आलोचना करते हैं, समानता और सामाजिक सद्भाव की वकालत करते हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कर्नाटक के एक मंदिर में एक नए कतार परिसर के शुभारंभ के दौरान मंदिरों में वी. आई. पी. संस्कृति की आलोचना करते हुए इसे समानता और देवत्व के विपरीत बताया। उन्होंने राजनीति में सामाजिक सद्भाव और संवाद की आवश्यकता पर जोर देते हुए राजनेताओं से सत्ता के बजाय समाज की सेवा पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। धनखड़ ने जीवंत लोकतंत्र के लिए सामाजिक सद्भाव और पर्यावरण संरक्षण सहित पांच सिद्धांतों का भी प्रस्ताव रखा।
2 महीने पहले
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