बॉम्बे हाईकोर्ट ने कार्यकर्ता धावले और शोधकर्ता विल्सन को जमानत दे दी, जिन्हें 2018 में गिरफ्तार किया गया था।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कार्यकर्ता सुधीर धावले और शोधकर्ता रोना विल्सन को जमानत दे दी है, जिन्हें 2018 में पुणे में 2017 के एल्गार परिषद सम्मेलन में भड़काऊ भाषणों में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसने कोरेगांव-भीमा में हिंसा को जन्म दिया था। अदालत ने बिना मुकदमे के उनकी लंबी हिरासत और मामले की जटिल प्रकृति का हवाला दिया, जिसमें 300 से अधिक गवाह शामिल हैं। दोनों को 100,000 रुपये की जमानत देनी होगी और मुकदमा समाप्त होने तक शहर की सीमा के भीतर रहना होगा।

2 महीने पहले
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