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भारत की इस्पात की मांग 2025 में बढ़ना तय है, लेकिन आपूर्ति संबंधी चिंताओं और संभावित मूल्य वृद्धि का सामना करना पड़ा।
आवास और बुनियादी ढांचे में निर्माण में वृद्धि के साथ-साथ इंजीनियरिंग और पैकेजिंग क्षेत्रों से उच्च मांग के कारण 2025 में भारत की इस्पात की मांग बढ़ने का अनुमान है।
हालांकि, आयात में वृद्धि और निर्यात में गिरावट के कारण घरेलू आपूर्ति की चिंता बनी हुई है, जिससे घरेलू इस्पात की कीमतों पर दबाव पड़ा है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रस्तावित सुरक्षा शुल्क के कारण इस साल इस्पात की कीमतें बढ़ सकती हैं।
4 महीने पहले
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