अध्ययन से पता चलता है कि एंटीबायोटिक्स और इबुप्रोफेन जैसी सामान्य दवाएं डिमेंशिया के जोखिम को कम कर सकती हैं, जो इसे संक्रमण से जोड़ती हैं।
कैम्ब्रिज और एक्सेटर के शोधकर्ताओं ने पाया कि एंटीबायोटिक्स, टीके और इबुप्रोफेन जैसी एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं लेने से डिमेंशिया का खतरा कम हो सकता है। 130 मिलियन से अधिक लोगों के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाला अध्ययन इस विचार का समर्थन करता है कि सामान्य डिमेंशिया को वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से जोड़ा जा सकता है। हालांकि, शोध से यह भी पता चला है कि कुछ दवाएं, जिनमें मनोविकृति-रोधी और कुछ अवसाद-रोधी शामिल हैं, जोखिम को बढ़ा सकती हैं। निष्कर्षों से पता चलता है कि मौजूदा दवाओं को मनोभ्रंश के इलाज के लिए फिर से तैयार किया जा सकता है, जिससे संभावित रूप से उपचार के विकास में तेजी आ सकती है।
2 महीने पहले
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